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Showing posts from September, 2022

लाला हरदयाल( Lala Hardayal) और उनका लेखन

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लाला हरदयाल एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और भारत के एक महान विद्वान हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन अपनी मातृभूमि भारत की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। वे गदर पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। इस महान देशभक्त ने अपने देश की सेवा के लिए सिविल सेवा के अपने करियर को ताक पर रख दिया था। उनके सरल जीवन और बौद्धिक अंतर्दृष्टि ने विदेशों में रहने वाले कई भारतीयों को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। लाला हरदयाल अपनी मातृभूमि के निस्वार्थ सेवक थे। वह कई महान भारतीय क्रांतिकारी हस्तियों से प्रेरित थे। उनमें श्यामजी कृष्ण वर्मा, विनायक दामोदर सावरकर, भीखाजी कामा और कुछ अन्य उनके आदर्श थे। वे आर्य समाज के भी प्रबल अनुयायी थे। लाला हरदयाल जी निःसंदेह एक महान विद्वान थे। उनकी अनमोल रचनाओं की पूरी दुनिया में सराहना होती है। वे अपने लेखन में मैजिनी, मार्क्स और मिखाइल बाकुनिन से प्रभावित थे। उनके आदर्शवादी विचार बहुत प्रभावशाली हैं। उनके महत्वपूर्ण कार्यों में Hints for Self Culture, Thoughts on Education, Social Conquest of Hindu Race, Forty Four Months in Germany an

ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़ ( A Tale of Two Cities): डिकेंस का एक लोकप्रिय उपन्यास

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ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़: डिकेंस का एक लोकप्रिय उपन्यास चार्ल्स डिकेंस 19वीं सदी के सबसे लोकप्रिय उपन्यासकारों में से एक हैं। वे इंग्लैंड से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें शहरी जीवन के रिपोर्टर के रूप में स्वीकार किया जाता है। उन्होंने शहर के रहन-सहन और मध्यम वर्ग की दयनीय स्थितियों का सटीक चित्रण किया है। एक समाज सुधारक के रूप में डिकेंस अपनी सामाजिक अपील के लिए एक मंच के रूप में कथा साहित्य का उपयोग करते हैं। उनके लेखन की दुनिया में हास्य और करुणा एक साथ हैं। संक्षेप में वे एक प्यारे उपन्यासकार हैं। डिकेंस का ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़ एक लोकप्रिय उपन्यास है। उन्होंने फ्रांसीसी क्रांति के दौरान दो शहरों - पेरिस और लंदन की घटनाओं को प्रस्तुत किया है। लेखक ने बिना किसी पूर्वाग्रह के दोनों शहरों की घटनाओं और चरित्रों का वर्णन किया है। यहाँ रचना के पात्र पेरिस से लंदन तक स्वतंत्र रूप से घूमते हैं। इसलिए लेखक ने उपन्यास को ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़ नामक शीर्षक प्रदान किया है। इस कल्पित कृति का कथानक सुगठित, सुनिर्मित, किफायती और नाटकीय है। यह सस्पेंस, ड्रामा और जिज्ञासा से भरपूर है। यहाँ उपन्यासकार का उद

Lala Hardayal & His Writing

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Lala Hardayal is a renowned freedom fighter and a great scholar of India. He dedicated his whole life to serve his motherland, India. He was one of the founder members of Gadar party. This great patriot left his career of civil services to serve his nation. His simple living and intellectual insight inspired numerous Indians living in foreign countries to fight against British imperialism. Lala Hardayal was a selfless servant of his motherland. He was inspired by many legendary Indian revolutionary figures. Among them Shyamji Krishna Varma, Vinayak Damodar Savarkar, Bhikhaji Cama and some others were his ideals. He was an ardent follower of Arya Samaj too. Lala Hardayal Ji was a master of letters. His precious writings are appreciated in the entire world. He was influenced by Mazzini, Marx and Mikhail Bakunin in his writing. His idealistic thoughts are very impressive. His important works include Hints for Self Culture , T houghts on Education , Social Conquest of Hindu Race ,